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Real fighters of Gandhi Vidya Mandir working 24 hours to protect society from Corona virus .
Dr Tribhuwan
आयुर्वेद विश्व भारती महाविद्यालय, गांधी विद्या मंदिर, सरदारशहर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. त्रिभुवन नाथ मिश्रा (रामगढ़, छत्तीसगढ़) ,रसायनशाला विभाग में कार्यरत है। महाविद्यालय की रसायनशाला मैं औषधि निर्माण के साथ-साथ आप चिकित्सालय के आइसोलेशन सेंटर पर 24 घंटे कोरोना पीड़ित रोगियों की सेवा में लगे हुए हैं।डॉ. मिश्रा साहब महाविद्यालय परिसर के क्वार्टर में रहते हैं परंतु विगत एक महीने से आपने संपूर्ण समय चिकित्सालय को देकर उसे ही अपना घर बना रखा है। आप के 2 साल का बेटा है जो रोज पापा से मिलने की जिद करता है तब डॉक्टर मिश्रा 10 मिनट के लिए अपने क्वार्टर से 6 मीटर दूर चबूतरे पर बैठकर अपनी पत्नी एवं बेटे को देखकर उनसे बातें कर पुनः अपनी ड्यूटी पर आ जाते हैं। डॉक्टर साहब का मासूम बेटा रोज अपनी मम्मी से प्रश्न करता है कि पापा घर के अंदर आकर मुझे प्यार क्यों नहीं करते हैं? बेटा उनके जाते ही जोर जोर से रोने लग जाता है तब मम्मी उसे समझाती है कि पापा अभी कुछ दिनों बाद घर आ जाएंगे।डॉक्टर मिश्रा कहते हैं कि चिकित्सालय में जो भर्ती है वही मेरे बेटे बेटी के बराबर हैं और मुझे ईश्वर ने उन लोगों की सेवा करने का एक अवसर दिया है तो मैं उससे चूकना नहीं चाहता हूं। आइसोलेशन सेंटर में रोगियों को समय पर स्वयं अपने हाथों से भोजन, अल्पाहार एवं कांढ़ा देने में महत्वपूर्ण सहयोग कर रहे हैं। आइसोलेशन के रोगी जब अंदर यंत्र बोरियत महसूस करते हैं तो उनको मोटिवेशनल लेक्चर और हंसी मजाक करके अपना बना लेते हैं।
Dr Rajendra
श्री भंवरलाल दूगड़ आयुर्वेद विश्व भारती महाविद्यालय , गांधी विद्या मंदिर के चिकित्सालय में राजेंद्र कुमार तिवाड़ी नर्सिंग अधीक्षक के पद पर नियुक्त हैं। तिवाड़ी बहुत ही कुशल और परिश्रमी नर्सिंग स्टाफ में से एक हैं जिन्होंने अपने अस्पताल में पॉजिटिव मरीज होने पर भी हौसला नहीं तोड़ा।विगत 1 माह से चिकित्सालय के क्वॉरेंटाइन एवं आइसोलेशन सेंटर पर 16 घंटे लगातार अपनी ड्यूटी दे रहे हैं तथा अपना खाना पीना भूलकर रोगियों की देखभाल और उन्हें अपने हाथों से प्रेम पूर्वक समय पर भोजन तथा चाय दूध देने का ध्यान रखना उनकी आदतन शौक हो गया हैं। तिवाड़ी के बच्चों को यह पता नहीं है कि पापा कब आते हैं और कब घर से चले जाते हैं।आपकी धर्मपत्नी का कहना है कि घर की चिंता मत करो आप का परिवार अभी कोरोना पीड़ित रोगी है अतः उनकी खूब सेवा करो।
Dr Lokesh
आयुर्वेद विश्व भारती महाविद्यालय, गांधी विद्या मंदिर, सरदारशहर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. लोकेश गुप्ता(बयाना जिला भरतपुर) ,रसायनशाला विभाग के विभागाध्यक्ष पद पर कार्यरत है। महाविद्यालय की रसायनशाला मैं औषधि निर्माण का 10 वर्षों का विशिष्ट अनुभव रखते हैं।डॉ. साहब तथा सहयोगी डॉ. त्रिभुवन नाथ मिश्रा एवं उनकी टीम के अथक प्रयासों के कारण ही ए. नागराज (प्रवर्तक मध्यस्थ दर्शन अस्तित्ववाद) के परिवार की 800 साल प्राचीन आयुर्वेद परंपरा में सर्व सुख के लिए दिए गए नुस्खे पर आधारित सर्वज्वरहर एंटीवायरल चूर्ण का निर्माण कर संपूर्ण सरदारशहर तहसील के लोगों के इम्यूनिटी पावर को मजबूत करने के लिए काढ़े के रूप में तैयार किया है। इस काढ़े का सेवन सरदारशहर तहसील के 3 लाख लोगों ने किया जिसके परिणाम स्वरूप आज कोरोना महामारी पर नियंत्रण संभव हो पाया है। डॉक्टर गुप्ता अपनी अस्वस्थ पत्नी एवं बच्चों को छोड़कर पिछले 40 दिनों से सुबह 6:00 बजे से रात 10:00 बजे तक लगातार रसायन शाला में रहकर बड़े पैमाने पर इस सर्वेज्वरहर एंटीवायरल चूर्ण का निर्माण एवं पैकिंग का कार्य अपनी देखरेख में करवा रहे हैं। महाविद्यालय के क्वॉरेंटाइन सेंटर एवं आइसोलेशन में भर्ती मरीजों को लगातार काढ़े का सेवन कराने के कारण ही आज कोरोना पॉजिटिव ही नेगेटिव हो गए हैं । डॉ गुप्ता का कहना है कि मुझे मानव समाज के कल्याण के लिए यह अवसर औषधि निर्माण में 24 घंटे भी देने पड़े तो मैं अपना सर्वस्व दे दूंगा।